हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शान्ता कुमार का कहना है कि जिस देश में 19 करोड़ लोग रात को भूखे पेट सोने पर विवश है उस देश के नेताओं और अधिकारियों को इतनी सुविधाएं वेतन और पेंशन नहीं मिलनी चाहिए। उन्होंने अपना हवाला देते हुए कहा, ‘मैं लगभग 33 वर्ष विधायक व सांसद रहा। इतनी सुविधाएं और वेतन मिलता है कि आज सब प्रकार से सम्पन्न हूं। पेंशन इतनी मिलती है कि मुझे बहुत अधिक लगती है। इसीलिए मैं बहुत सा धन गरीब और समाज सेवा में लगा देता हूं।”
वहीं शांता कुमार ने कहा कि देश का दुर्भाग्य है कि अधिकतर भ्रष्टाचार बड़े सम्पन्न लोग, अधिकारी और नेता ही करते हैं। गरीब सब कुछ सहता है, भगवान और सरकार दोंनो से डरता है। तथाकथित बड़े लोग न भगवान से डरते हैं और न सरकार से डरते हैं। उन्होंने कहा कि देश में भ्रष्टाचार भयंकर रूप धारण कर चुका है। बहुत कम लोग पकड़े जाते हैं और उनमें भी बहुत कम लोगों को सजा होती है।