गर्भावस्था में मां को अपना खास ध्यान रखते की जरूरत होती है ताकि शिशु पर कोई विपरित असर ना पड़े। इनमें पहले स्थान पर सही पोषण है। अगर गर्भवती मां सही पोषण लेती है तो शिशु को अच्छी खुराक मिलेगी जिससे बच्चे के अंगों का विकास ठीक तरीके से होगा। कई महिलाएं इस दौरान स्पलीमेंट का भी इस्तेमाल करती हैं लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह के आपको कोई भी सप्लीमेंट लेना चाहिए।
खासतौर से आयरन और कैल्शियम की गोलियां कभी भी एक साथ नहीं लेनी चाहिए। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों का कहना है कि गर्भवती महिला को संतुलित भोजन करना चाहिए। उसके भोजन में प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन, फैट और आयरन जैसे सभी पोषक तत्व होने चाहिएं। पूरे गर्भावस्था में वजन कम न हो इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए।
तीसरे माह के बाद खाने-पीने का ज्यादा ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि बच्चे का विकास तेजी से होता है। इस बात का ध्यान रखें कि ऐसी कोई चीज न खाएं जिससे बच्चे की ग्रोथ प्रभावित हो। जैसे कई तरह की दवाई न लें। गर्भावस्था के दौरान केवल शारीरिक स्वास्थ्य पर ही नहीं ध्यान नहीं देना है, बल्कि मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहने की सलाह दी जाती है, किसी भी प्रकार के तनाव या हाईपरटेंशन से शिशु पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। (इनपुट- PBNS)
संतुलित आहार का सेवन करें
आहार में विभिन्न तरह के खाद्य पदार्थ शामिल करें
आहार में विटामिन, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और मिनरल युक्त खाद्य पदार्थ हो
फल-सब्जियां जरूर खाएं
सलाद और मौसमी फल जरूर खाएं
आयरन के लिए हरे -पत्तेदार सब्जियां जरूर खाएं
आहार में रेशेदार पदार्थ की मात्रा अधिक लें
दूध व दूध से बने पदार्थ खाएं
अंकुरित खाद्य पदार्थ खाएं
पानी पर्याप्त मात्रा में पिएं
गेहूं के आटा के अलावा, चना, बाजरा आदि की रोटी भी खा सकते हैं
दवाओं का सेवन करते वक्त बरतें सावधानी
आयरन और फॉलिक एसिड की गोली लें
कैल्शियम की गोली लेना भी जरूरी
आयरन और कैल्शियम की गोलियां साथ न खाएं
आयरन की गोली खाली पेट खाएं
कैल्शियम की गोली खाने के साथ लें
व्यक्तिगत स्वच्छता बनाएं रखें