हिमाचल प्रदेश के कैबिनेट मंत्री डॉ रामलाल मारकंडा आपदा के समय में लाहौल क्षेत्र के लोगों के साथ चट्टान की तरह खड़े नजर आ रहे हैं। पिछले दिनों आई बाढ़ से क्षेत्र में भारी तबाही हुई है, कई पुल टूट गए हैं तो कई जगह सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं। इस बीच डॉ. रामलाल मारकंडा लगातार लाहौल में डटे हुए हैं और राहत व बचाव कार्यों पर खुद नजर बनाए हुए हैं।
यहां तक की कैबिनेट मंत्री खुद राहत व बचाव कार्य में अपना हाथ बंटा रहे हैं। मारकंडा पिछले दिनों उफनती खड्ड को सीढ़ी के सहारे पार करते हुए देखे गए। डॉ. रामलाल मारकंडा का कहना कि जिन्होंने मुझे इस शोहरत और ऊंचाई पर पहुंचाया है उनके लिए यह जीवन भी कुर्बान हो जाए तो कोई गम नहीं, मैं हमेशा अपने क्षेत्र वासियों के लिए जिया हूं और हमेशा अपनी जिंदगी उनके लिए ही समर्पित करुंगा।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2018 में समय से पहले लाहौल-स्पीति में बर्फबारी हुई थी तब भी डॉ रामलाल मारकंडा ने अपने क्षेत्र में रह कर लोगों को सुरक्षित निकालने का मोर्चा संभाला था और कहा था कि वह हमेशा अपने क्षेत्र वासियों के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं।
ये उन्हीं के प्रयासों का नतीजा है कि आज राहत व बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। जहां घाटी में फंसे ज्यादार लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है। वहीं कई जगह झूला पुल तैयार किए गए हैं। वहीं कई सड़कों को रिकॉर्ड समय में बहाल किया गया है। इसके अलावा पुलों की मरम्मत और नए पुलों के निर्माण का काम भी जोरों पर चल रहा है।