शिमला। सेब की गिरती कीमतों के बीच हिमाचल प्रदेश के बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह ने बागवानों से कहा कि उन्हें बिना पैकिंग के सेब मार्केट में बेचना चाहिए। उन्होंने कहा कि पेड़ से फल निकालते के बाद उसे क्रेट में डाला जाए और फिर खुले में मार्केट में बेचा जाए। इससे पेटी, ट्रे , ग्रेडिंग और पैकिंग का खर्चा खत्म हो जाएगा। जिससे बागवानों को फायदा होगा।
दरअसल बागवानी मंत्री शिमला में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान बागवानी मंत्री ने कहा कि जो सेब खरीदते हैं वे भी आगे जाकर पेटी को दोबारा खोलते हैं, दोबारा पैक करते हैं। एक 20 किलो की पेटी में 25 से 28 किलो सेब चला जाता है। अगर सेब खुला बेचा जाता है तो उसका फायदा भी बागवानों को होगा।
वहीं उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि बागवान को क्षति ना पहुंचे लेकिन कुछ चीजें सरकार के हाथ से बाहर है। उन्होंने कहा कि अगली साल से पराला में प्रोसेसिंग प्लांट और सीए स्टोर शुरू हो जाएगा। उसमें बड़ी मात्रा में सेब को स्टोर कर सकते हैं। वहीं प्रोसेसिंग प्लांट से सेब को पराला में ही प्रोसेस किया जा सकेगा। उन्होंने कश्मीर की तर्ज पर सेब की कीमत निर्धारित करने पर कहा कि वहां की स्थिति कुछ और है।
महेंद्र सिंह ने इस दौरान कांग्रेस पर भी हमला बोला और कहा कि कांग्रेस राजनीतिक फायदा उठाने के लिए बागवानों को बलि का बकरा बना रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में उपचुनाव होने हैं इसलिए विपक्षी पार्टियां इसे मुद्दा बना रही हैं। उन्होंने कांग्रेस नेताओं से पूछा कि वे 55 वर्ष से भी ज्यादा समय तक सत्ता में रहे। अगर बागवानों की दयनीय स्थिति को पहले देखा होता तो यह नौबत नहीं आती।