Advertisement
Advertisement
यह कहानी है IAS ऑफिसर राकेश प्रजापति (Rakesh Kumar Prajapati) की। जिन्हें कभी गुस्से में उनके बॉस ने कह दिया था कि तुम क्या कोई कलेक्टर हो? बस इसी बात को जहन में रखते हुए राकेश प्रजापति ने कलेक्टर बनने की ठानी और कलेक्टर बन गए। राकेश प्रजापति आईएएस ऑफिसर हैं और हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में कलेक्टर के पद पर हैं। लेकिन वो कभी कलेक्टर बनेंगे, ये उन्होंने खुद भी नहीं सोचा था।
कैसा रहा राकेश प्रजापति की जिंदगी का सफर?
राकेश प्रजापति की जिंदगी काफी मुश्किल भरी रही है। कॉलेज के दिनों से ही हालत इतनी खस्ता थी कि कॉलेज के साथ साथ उन्हें नौकरी करनी पड़ी थी। नौकरी के दौरान ही एक बार उनके बॉस ने उन्हें गुस्से में चार बातें सुना दी थी और डांटते हुआ कह दिया था कि तुम कोई कलेक्टर नहीं हो। राकेश को वो बात इतनी चुभी कि वो आईएएस की तैयारी करने में जुट गए और साल 2011 में आईएएस क्लीयर कर सच में कलेक्टर बन गए।
उस वक्त राकेश प्रजापति की उम्र महज 25 साल थी। राकेश कुमार प्रजापति ने 2004 से 2008 तक मेकेनिकल और कंप्यूटर इंजीनियर में डबल ग्रेजुएशन की। इसके बाद 2008 से 09 तक एक साल फ्रांस में बतौर जूनियर रिसर्च एसोसिएट नौकरी की। पैरिस में कंप्यूटर साइंस से संबंधित रिसर्च पेपर पब्लिश किया। 2009 से 2012 तक एनटीपीसी में सहायक प्रबंधक के पद पर नौकरी की और इसके बाद सीधे कलेक्टर बन गए।
IAS Rakesh Kumar Prajapati Success Story in Hindi
अक्सर ऐसा होता है जब लोग ताने मारते हैं, लोग हमें छोटा समझते हैं, हमें नीचा दिखाते। ऐसे मौकों पर हमें बुरा तो बहुत लगता है लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो लोगों के इन तानों को इतना सीरियस ले लेते हैं कि वो जिंदगी में कुछ बड़ा कर जाते हैं। उम्मीद है कि राकेश प्रजापति की कहानी जानकर आप समझ गए होंगे कि जिद पर आ जाओ तो आप हर उस मुकाम को हासिल कर सकते हो जिसे आप शिद्दत से चाहते हो।
मेहनत के दम पर कामयाबी संभव
वैसे हम करना तो हम बहुत कुछ चाहते हैं। लेकिन कई बार नकारात्मक सोच हमारे दिमाग में इतने अंदर तक घर कर जाती है कि हम खुद को किसी काबिल नहीं मान पाते। नाकाम होने का डर इतना बढ़ जाता है कि काबिल होते हुए भी हम सिर्फ खुद पर शक करते ही रह जाते हैं। लेकिन असलियत ये नहीं है। असल में अगर आप चाहें तो आप थोड़ी सी मेहनत से ही खुद को कामयाब बना सकते हैं। जरूरत है तो सिर्फ अपने अंदर की उस काबिलियत को पहचानने की और खुद को पहचानकर सही दिशा में मेहनत की।
बंद आंखों से देखे सपने हो सकते हैं साकार
राकेश प्रजापति की कहानी आप अगर खुद पर लागू करें और खुद को पहचान कर सही दिशा में आगे बढ़ें तो आप न सिर्फ कामयाबी की बुलंदियों पर पहुंच सकते हैं। लेकिन साथ ही खुद को एक कामयाब इंसान बनाकर बेशुमार शौहरत और दौलत हासिल कर सकते हैं। फिर आप चाहें कलेक्टर बनना चाहें, डॉक्टर बनना चाहें, एक्टर, सिंगर या पॉलिटिशन ही क्यों न बनना चाहें, आप कर सकते हैं। आप खुद को साबित कर दुनिया को ये दिखा सकते हैं कि आप किसी से कम नहीं हैं और अगर खुद पर भरोसा हो तो आप हर उस मुकाम पर पहुंच सकते हैं जिसका आपने कभी बंद आंखों से सपना ही देखा होगा।