वर्ष 2019 में केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में इस संबंध में जानकारी दी है। उसके मुताबिक Oil Marketing Companies द्वारा ली गई Public Liability Insurance Policy उन दुर्घटनाओं से होने वाली हानियों को कवर करती है, जहां LPG आग का प्राथमिक कारण है, न कि उन मामलों के लिए, जहां आग लगने का प्राथमिक कारण अन्य स्रोत हैं, जिनमें LPG सिलेंडर उल्टा हो जाता है और बाद में फट जाता है।

LPG सिलेंडर खरीदते ही हो जाता है बीमा, ब्लास्ट होने पर 50 लाख का मिलता है क्लेम
बीमा क्लेम की जानकारी ओएमसी की वेबसाइटों पर उपलब्ध
वर्तमान में हिंदुस्तान पेट्रोलियम, इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और अन्य तेल कंपनियां अपने उपभोक्ताओं को बीमा पॉलिसी का लाभ देती हैं। Public Liability Policy for Oil Industries से संबंधित जानकारी ओएमसी (Oil Marketing Companies) की वेबसाइटों पर सार्वजनिक डोमेन में भी उपलब्ध है। पिछले तीन वर्षों में करोड़ों के मुआवजे का भुगतान किया गया है, जहां एलपीजी रिसाव आग का प्राथमिक कारण रहा।
Year |
Accident |
Fatalities |
Amount of compensation (Rs. crore) |
2016-17 |
929 |
267 |
22.83 |
2017-18 |
1151 |
292 |
17.39 |
2018-19 |
983 |
254 |
7.10 * |
* Provisional
वर्तमान में, पॉलिसी निम्नलिखित के लिए प्रदान की जाती है:-
(i) मृत्यु के मामले में प्रति व्यक्ति रु 6,00,000 / – का व्यक्तिगत दुर्घटना कवर।
(ii) प्रति व्यक्ति अधिकतम रु 2,00,000 / – के साथ प्रति इवेंट 30 लाख रुपये का चिकित्सा व्यय।
(iii) संपत्ति के नुकसान के मामले में, यह अधिकृत रूप से अधिकतम रु 2,00,000 / – प्रति घटना को कवर करता है।
नोट- यह आंकड़े कंपनियों के मुताबिक अलग-अलग हो सकते हैं।

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दुर्घटना के बाद ग्राहकों द्वारा अपनाई जाने वाली प्रक्रिया
जब भी किसी दुर्घटना की सूचना मिलती है, संबंधित Area Office दुर्घटना के कारणों की जांच करता है और अगर दुर्घटना एलपीजी से हुई है, तो Concerned Distributor / Area Office बीमा कंपनी के स्थानीय ऑफिस को संपर्क करता है। ग्राहकों को बीमा कंपनी में आवेदन करने या सीधे उनसे संपर्क करने की आवश्यकता नहीं है। हालांकि ग्राहकों को अपने पास कुछ दस्तावेज रखने होंगे। जो बाद में ऑयल कंपनी को सौंपने होंगे, जिसमें FIR की कॉपी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट, डेथ रिपोर्ट, मेडिकल बिल और डिस्चार्ज कार्ड इत्यादि शामिल है। अगर प्रॉपर्टी से संबंधित नुकसान है तो बीमा कंपनी अपने सर्वेयर के माध्यम से नुकसान का जायजा लेती है। क्लेम सेटलमेंट के बाद क्लेम राशि संबंधित तेल कंपनी को भेज दी जाती है जो बदले में उसे लाभार्थी तक भेजती है।
एलपीजी सेफ्टी टिप्स | LPG Safety Tips
एलपीजी के रिसाव से कोई दुर्घटना ना हो इसे लेकर आपको भी सतर्क रहना चाहिए। हम आपको कुछ सेफ्टी टिप्स बताने जा रहे हैं, जिससे एलपीजी गैस के रिसाव से होने वाली दुर्घटना से बचा जा सकता है।
1. एलपीजी सिलेंडर की डिलीवरी लेते समय, सिलेंडर की सील, सेफ्टी कैप, वाल्व से लीकेज की जांच करें।
2. एलपीजी के पाइप और रेगुलेटर का निरीक्षण नियमित तौर पर केवल अधिकृत व्यक्तियों से करवाएं।
3. केवल ISI मार्क वस्तुओं का ही इस्तेमाल करें जैसे हॉट प्लेट, Hose Pipe आदि।
4.Hose Pipe की अधिकतम लंबाई 1.5 मीटर से अधिक नहीं होनी चाहिए। पाइप को
गर्मी और आग से दूर रखा जाना चाहिए।
5. कुछ वर्षों के अंतराल के बाद पाइप बदल लें। साथ ही नियमित तौर पर चैक करते रहें कि कहीं इसमें कहीं क्रैक तो नहीं है।

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LPG गैस लीक होने पर क्या करें?
यदि आपको गैस लीक होने की आशंका है तो कुछ सावधानियां बरती जानी चाहिए। जैसे गैस लीक होने पर Electrical Switches को ऑन या ऑफ ना करें। रेगुलेटर चैक कर लें कि यह ऑफ है और साथ ही दरवाजे और खिड़कियां खोल दें। इसके बाद Emergency Service पर कॉल करें या फिर Gas Distributor से भी आप सहायता ले सकते हैं।
आपकी सुरक्षा के लिए अच्छी आदतें
गैस सिलेंडर को रखने का स्थान भी महत्वपूर्ण है। यदि सभी आवश्यक सावधानियां बरती गई हैं तो यह अपने आप में आपके रसोई घर में होने वाली किसी भी दुर्घटना के खिलाफ एक बीमा होगा। सिलेंडर को हमेशा ऊपर की तरफ वाल्व के साथ लंबवत स्थिति में रखें। किचन में एक्स्ट्रा सिलेंडर स्टोर करने से बचें। सिलेंडर के ऊपर किसी भी तरह का बर्तन या कपड़ा ना रखें।