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क्या है गोबर से बने पेंट की खासियत
बता दें कि ‘खादी प्राकृतिक पेंट’ नामक यह पेंट पर्यावरण अनुकूल, विष-रहित है। गाय के गोबर से बना पेंट सीसा, पारा, क्रोमियम, आर्सेनिक, कैडमियम तथा अन्य भारी धातुओं से भी मुक्त है। यह पेंट किफायती और गंधहीन है। इस पेंट को भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा भी प्रमाणित किया गया है। खादी प्राकृतिक पेंट दो रूपों यानी डिस्टेंपर पेंट तथा प्लास्टिक इम्यूलेशन पेंट में उपलब्ध है। इस प्रौद्योगिकी से पर्यावरण अनुकूल उत्पादों के लिए कच्चे माल के तौर पर गाय के गोबर की खपत बढ़ेगी और किसानों तथा गोशालाओं की आय भी बढ़ेगी। एक अनुमान के अनुसार किसानों/गौशालाओं की प्रति वर्ष, प्रति मवेशी लगभग 30,000 रुपये की अतिरिक्त आय होगी।
कैसे लगा सकते हैं गोबर से पेंट बनाने की फैक्ट्री
इस पेंट की फैक्टरी में 12-15 लाख की लागत आएगी। अगर कोई स्टार्टअप के जरिए शुरू करना चाहे इसके लिए खादी ग्रामोद्योग कमीशन के द्वारा पांच हजार रुपये में सात दिन का कोर्स ( Gobar Paint Training) जयपुर में किया जा रहा है। अभी इसके लिए एक फिल्म बना कर एक ऑडिटोरियम में स्क्रीनिंग की भी योजना है। इसे एक समय में 2200 लोगों को दिखा सकेंगे। ये एक तरह से शॉर्ट ट्रेनिंग होगी। इस तरह से इस बारे में जागरूकता फैलाकर लोगों की गरीबी दूर कर रोजगार से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। इससे गांव में भी फैक्ट्री खुल सकेंगी।