
Advertisement
Advertisement
टोक्यो पैरालंपिक में भारत के जैवलिन थ्रो गोल्ड मेडल विजेता बने सुमित अंतिल (Sumit Antil Biography) का जीवन बहादुरी, हौंसले और जज्बे की मिसाल है। टोक्यो पैरालंपिक (Tokyo Paralympics 2021) में 68.55 मीटर दूर भाला फेंक विश्व कीर्तिमान बनाने वाले सुमित ना केवल दिव्यांग बल्कि सामान्य युवाओं के लिए भी प्रेरणा बन गए हैं। सुमित की इस उपलब्धि के लिए हरियाणा सरकार उन्हें 6 करोड़ की पुरस्कार राशि देकर सम्मानित करेगी।
सुमित अंतिल सोनीपत के गांव खेवड़ा के रहने वाले हैं। उनकी जीत के बाद गांव खेवड़ा में जश्न का माहौल है। सुमित पहले कुश्ती करता थे, लेकिन एक सड़क दुर्घटना में उनकी टांग कटने के कारण अपने खेल को बदलना पड़ा। सुमित का जुनून आज औरों के लिए मिसाल बन गया।
मात्र 23 साल की उम्र के अंदर सुमित ने बहुत ही शानदार तरीके से अपने खेल का प्रदर्शन किया और भारत को स्वर्ण पदक दिलाया। सुमित ने बता दिया कि किस प्रकार से जिंदगी के अंदर एक शानदार प्रदर्शन करके अपने आपको दूसरों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बना सकते हैं।
हरियाणा के मुख्यमंत्री सुमित अंतिल ने टोक्यो पैरालम्पिक में भाला फेंक खेल में वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीत वाले सुमित के जज्बे को सलाम करते हुए उन्हें इस ऐतिहासिक प्रदर्शन पर बधाई एवं शुभकामनाएं दीं हैं।