भारतीय सेना के गौरवमयी इतिहास से तो आप परिचित हैं। लेकिन क्या आपको पता है, कुछ ऐसे भी गुमनाम लोग हैं जो सेना व देश के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं। आज बात उन्हीं गुमनाम वीरों की जो भारतीय सेना के लिए किसी ढाल से कम नहीं है।

ये शख्स सुन और बोल नहीं सकता फिर भी सेना के लिए करता है ‘खतरनाक’ काम
सबसे पहले अनातुल्ला (तुल्ला) की बात करेंगे जो डोजर ऑपरेटर हैंx और भारतीय सेना के लिए बर्फबारी के समय में रोड बहाल करते हैं। अनातुल्ला लीड डोजर ऑपरेटर के रूप में कार्यरत हैं जो सोनमर्ग-जोजिला-कारगिल मार्ग पर बर्फ हटाने का काम करते हैं।
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि दिव्यांग (सुन और बोल नहीं सकते) होने के बावजूद वो अपना काम बखूबी करते हैं। वो ऐसे वक्त में काम करते हैं जब सड़कों पर कई फीट तक बर्फ जम जाती है। बर्फ के बीच सड़क दिखाई भी नहीं देती। लेकिन इसके बावजूद वो सड़क को ट्रेस करते हुए रोड को बहाल करते हैं।

ये शख्स सुन और बोल नहीं सकता फिर भी सेना के लिए करता है ‘खतरनाक’ काम
इसके साथ ही बॉर्डर एरिया के लोग भी सेना के लिए किसी फरिश्ते से कम नहीं होते। जब भी हमारे जवान किसी विपत्ति में होते या उनके पास किसी चीज की कमी होती तो बॉर्डर एरिया के लोग सेना के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं।

ये शख्स सुन और बोल नहीं सकता फिर भी सेना के लिए करता है ‘खतरनाक’ काम
कुछ ऐसा ही हाल ही में लद्दाख में देखने को मिला, जहां पर चीन के साथ तनाव के चलते भारतीय सेना ऊंची-ऊंची चोटियों पर तैनात है। यहां पर मौजूद सैनिकों को किसी चीज की कमी ना हो, इसके लिए ग्रामीण अपने कंधों पर पानी और अन्य जरूरी सामान एलएसी पर तैनात सैनिकों तक ले गए। ऐसे देश के रक्षकों को भारतवासियों की ओर से सलाम है।