टोक्यो पैरालंपिक के लिए अब कुछ ही दिन बचे हैं। 24 अगस्त से शुरू होने वाले पैरालंपिक में भारत की ओर से 54 पैरा-एथलीट राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करेंगे। इसमें गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई भी शामिल है। वर्ल्ड बैडमिंटन फेडरेशन ने उनका चयन किया है। सुहास एलवाई एक प्रशासनिक अधिकारी होने के साथ-साथ तेज तर्रार खिलाड़ी भी है।
सुहास लालिनाकेरे यथिराज मूलरूप से केरल के रहने वाले हैं और 2007 बैच के आईएएस अफसर हैं। सुहास की पत्नी रितु सुहास एक पीसीएस अफसर हैं। कोरोना काल में मार्च 2020 में सीएम योगी ने उन्हें गौतम बुद्ध नगर की कमान सौंपी थी, तब से वह जिलाधिकारी के रूप में कार्यरत हैं।
2016 में हुए एशियाई पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप बीजिंग में वह एक पेशेवर अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप जीतने वाले पहले भारतीय प्रशासनिक अधिकारी बने। इसके बाद 2018 में सुहास बतौर डीएम इलाहाबाद में पदस्थ थे, उन्होंने इंडोनेशिया में आयोजित पैरालम्पिक एशियन गेम देश को कांस्य पदक दिलाया था।
उन्होंने बताया कि इससे पहले के कई अंतरराष्ट्रीय खेलों में जैसे एशियन पैरा गेम्स हो या अन्य कॉम्पिटिशन में भी भारत के लिए मेडल जीतने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा इससे बड़ा गौरव एक खिलाड़ी के लिए नहीं हो सकता है और उम्मीद करता हूं कि टोक्यो ओलंपिक में भी अच्छा परफॉर्मेंस दे सकूं।